पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद की बहरमपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार और पांच बार सांसद रहे अधीर रंजन चौधरी ने कहा हैं  कि अगर  हार जाऊंगा तो राजनीति छोड़ दूंगा और बादाम बेचूंगा। बंगाल में इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी के शामिल नहीं होने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि तृणमूल की दिल्ली में किससे क्या बात हुई, यह उन्हें नहीं पता लेकिन उन्हें जानकारी मिली थी कि वे कांग्रेस को दो लोकसभा सीटों की भीख दे रहे थे, वह भी मालदा और मुर्शिदाबाद में नहीं। 
उन्होंने कहा कि वे किसी की दया पर नहीं जीतते हैं, उनका अपना जनाधार है। वे लोगों के लिए काम करते हैं। मतदाताओं को लगता है कि उन्हें जीताना चाहिए तो जिताते हैं। माकपा के खिलाफ एक दौर में लंबी लड़ाई और अब उन्हीं के साथ मिल कर चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि जब वाम दलों के खिलाफ लड़ाई हो रही थी तो उनके साथ अपराधियों का गिरोह था। आज वही अपराधी, तृणमूल कांग्रेस के दामाद बन गए हैं। इसलिए वामदलों का हाथ थाम कर उन अपराधियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई किसी का स्थाई मित्र या शत्रु नहीं होता।