फिरोजाबाद, व्यापारियों की समस्या को लेकर व्यापार मंडल ने चार अगस्त यानी कि रविवार को बाजार बंद का ऐलान किया है लेकिन बंद के मुद्दे पर फिरोजाबाद जिले में व्यापारी ही दो फाड़ हो गए है।व्यापारियों का एक धड़ा बाजार बंद के पक्ष में नहीं है और उसने इस हड़ताल में शामिल न होने का फैसला किया है। बंदी से दूर रहने वाले व्यापारी नेताओं का कहना है कि चूंकि अभी व्यापारिक सीजन चल रहा है इसलिए बाजार बंद का कोई औचित्य नहीं है। उत्तर प्रदेश उधोग व्यापार मंडल के आह्वान पर चार अगस्त को बाजार बंद करने का निर्णय लिया गया है।व्यापारी नेताओं के मुताबिक व्यापारियों के उत्पीड़न के खिलाफ बाजार बंदी का निर्णय लिया गया है।व्यापारियों के यहां जीएसटी के सर्वे,खाध विभाग की सेम्पलिंग, अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों से अभद्रता अब आम बात हो गयी है।इन्ही सब समस्याओं को मुद्दा बनाकर व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है और पिछले कई दिनों ने व्यापारी नेता सामान्य व्यापारियों को इस आंदोलन में शामिल होने के लिए तैयार कर रहे है।उन्हें जागरूक किया जा रहा है।बाजार बंदी का ऐलान करने वाले उत्तर प्रदेश उधोग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष बीएस गुप्ता और महानगर अध्यक्ष रविन्द्र लाल तिवारी का कहना कि सरकार व्यापारियों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है,इसलिए ऐसा फैसला हाईकमान को लेना पड़ा है।इधर बाजार बंद के मुद्दे पर फिरोजाबाद के व्यापारी नेता दो फाड़ हो गए है।भारतीय उधोग मंडल के महानगर अध्यक्ष  प्रशांत माहेश्वरी ने कहा है कि हमारे संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविकांत गर्ग ने ऐसा कोई भी आह्वान नहीं किया है इसलिए व्यापारी अपने प्रतिष्ठान रोजाना की तरह खोलें। त्यौहारी सीजन में बाजार बंदी का कोई औचित्य नहीं है।