बैतूल। श्री राम मंदिर ट्रस्ट की जमीन के फर्जी तरीके से खरीद बिक्री विवाद के बाद चर्चा में आए गायत्री मैचिंग सेंटर के संचालक रहे महादेव भार्गव और उनकी पत्नी लता अपने ही बहु बेटो से चल रहे विवाद के बाद फिर सुर्खियों में है। बहु बेटो पर अपने कमरे में दीवार खड़ी करने का वीडियो बनवाकर वायरल करने वाली लता ने एक दिन पहले गुहार लगाई थी की उन्हे न्याय दिलाया जाए। कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर दीवार तोड़ने के निर्देश दिए है। इस बीच बहु और बेटे के खिलाफ बंधक बनाने का मामला भी दर्ज कर लिया गया है।।

मामला सिविल लाइन इलाके में रहने वाले मर्चेंट नेवी कैप्टन जितिन भार्गव उनकी स्कूल संचालिका पत्नी प्राची भार्गव  का उनकी सास लता से यू तो यह विवाद काफी पुराना है। लेकिन एक महीने पहले घर के निचले तल पर रहने वाली लता और उनके बीमार पति के कमरों के सामने दीवार खड़ी कर देने से यह विवाद और उलझ गया। 

 

 

वीडियो वायरल कर मांगी थी मदद

 

70 साल की लता भार्गव ने शनिवार शाम 1 मिनट 47 सेकंड का वीडियो जारी कर बताया था की वे गंज क्षेत्र में रहती है।जहां मेरे पति 9 साल से बेड पर है। मेरी बहु प्राची ने मुझे और मेरे मिस्टर को जान से मारने के लिए कमरे के खिड़की दरवाजों पर दीवार उठा दी है। जिससे बीमार पति को बाहर लाना ले जाना मुश्किल है। जिसकी शिकायत एसडीएम,कलेक्टर,एसपी सभी को की गई ।लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लता ने जो वीडियो बनाया था।उसे कोई और शूट कर रहा था। जिसमे उन्होंने बीमार पति के कमरे के सामने तरफ दरवाजे के सामने उठाई गई दीवार का जिक्र किया।l।जिससे ऐसा प्रतीत हुआ जैसे दोनो पति पत्नी को कमरे बंद कर दीवार उठा दी गई हो। लेकिन वीडियो यह नही दिखाया गया की उनके बाहर आने जाने के।लिए बाजू से एक दरवाजा भी है। हालाकि मौके पर देखने से साफ है कि उठाई गई दीवार की वजह से न तो कमरे में बीमार के लिए कोई स्ट्रेचर जा सकता है और न ही व्हील चेयर। 

 

कलेक्टर पहुंचे सिविल लाइन

 

कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के संज्ञान में यह मामला आने पर आज वे पुलिस,प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने कमरों के सामने उठाई गई दीवार हटाने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने बताया की बहु सास ससुर के बीच विवाद है।इसे बहु ने बंद करवा दिया है। बुजुर्ग दंपत्ति ससुर को इलाज में लाने ले जाने में दिक्कत है।इस दीवार को हटवाएंगे।अगर प्रताड़ना का प्रकरण बनता है।तो वह भी करेंगे। 

 

पुलिस ने किया बंधक बनाने का मामला दर्ज

 

बैतूल गंज पुलिस ने इस मामले में बहु प्राची भार्गव, बेटे जितिन के खिलाफ बंधक बनाने ,अपशब्द कहने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आज  एक वीडियो  सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था कि प्रार्ची भार्गव(बहु ) द्वारा अपने बुजुर्ग सास-ससुर को अपने घर पर दीवार बनाकर बंधक  बना लिया है।  उनके साथ अत्याचार किया जा रहा है,वीडियो कि सत्यता कि जांच के बाद पाया गया की  प्रार्ची भार्गव द्वारा अपने (पीडित बुजुर्ग दम्पत्ति) सास-ससुर के कमरे के सामने दिवाल खडी कर दिया है जिससे उनका बाहरी संपर्क नहीं हो पा रहा था ना ही अपना इलाज करा पा रहे है।,जिन्हे मुक्त कराकर  आवेदिका लता पति महादेव भार्गव (70)  टैगोर वार्ड कि रिर्पोट पर थाना गंज में अपराध क्रमांक 242/24 धारा 342,506,294,34 IPC का आरोपी प्रार्ची भार्गव एवं उसके बेटे के विरूध्द पंजीबध्द कर विवेचना  मे लिया गया है ।

 

 

बहु की सफाई सारे आरोप झूठे

 

इस मामले में बहु प्राची भार्गव को कहना है कि उन पर लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं । उन्होंने माता जी को 2000 स्क्वायर फीट की जमीन अलग से दी है। जिसमें तीन बेड हाल और किचन शामिल है। लेकिन इन्होंने पिताजी को एक अलग कमरे में डाल दिया है। और खुद एसी चला कर अलग कमरे में सोती है । वे घर में अंतः वस्त्र पहनकर घूमा करती थी।।इस बीच उनके  स्कूल का स्टाफ अक्सर घर आता था। उन्हे ऐसी स्थिति में देखकर खराब लगता था।इसलिए दीवार उठा दी थी। यह विवाद 2012 से चल रहा है। जब उन्होंने आम सूचना देकर बेटे बहु से कोई संबंध न होने का इश्तेहार जारी करवाया था।  इन्होंने 2012 में मुलताई की श्री राम मंदिर की जमीन को बेच दिया था। और हमें बेदखल कर दिया था । इन लोगों पर 420 का प्रकरण भी चल रहा है। जिसमें मेरी सास भी शामिल थी। उन्होंने मेरे खिलाफ परिवार परामर्श केंद्र कोर्ट कचहरी हर जगह शिकायत की है।   मैं दीवार भी हटाने को तैयार हूं । लेकिन वे मर्यादा में रहे। मेरी सास का कैरेक्टर खराब है। इसकी पूरी चर्चा शहर में है । यह सिर्फ पिताजी का हवाला देकर बहाना बनाती है । उनकी कोई सेवा नहीं करती।

हालाकि यहां यह जानना भी जरूरी है की लता ने जिस समय प्राची और जितिन को अपना यह मकान बेचा था।जिसकी कंडीशनल रजिस्ट्री में यह साफ था की वे जब तक जीवित है।तब तक निचले तल का उपयोग कर सकेंगी। इससे सवाल उठ रहा है की क्या इस कंडीशन के बाद मौके पर दीवार उठाई जा सकती थी। इस मामले में लता ने एसडीएम।कोर्ट।में।मामला भी दर्ज कराया था। बताते है की एसडीएम ने यहां दीवार बनने के बाद यथा स्थिति रखने का आदेश किया था। 

 

प्रतिष्ठित परिवार का विवाद सड़क पर

 

बैतूल पर कपड़े की एक।प्रतिष्ठित दुकान थी। गायत्री मैचिंग सेंटर महादेव भार्गव इसके मालिक हुआ करते थे। सबसे बड़ा बेटा जितिन मर्चेंट नेवी में आफिसर है।वह दुबई में रहता है। उसकी पत्नी प्राची बैतूल में बच्चो का स्कूल चलाती है। महादेव का एक कुणाल गुड़गांव में इंजीनियर है।जबकि दूसरा दिल्ली में वकील है। महादेव पिछले 9 साल से बीमारी के कारण बैड पर है।वे न बोल सकते है और न कुछ बता सकते है। बताते है की उन्हे ब्रेन हेमरेज हुआ था।

बताया जा रहा है की महादेव की पैतृक संपत्ति बैतूल गंज इलाके में थी। जिसे उन्होंने बेचकर सिविल।लाइन इलाके में यह मकान खरीदा था। जिसे पत्नी लता भार्गव के नाम किया गया था। इसी मकान को बेटे जितिन और बहु प्राची ने साल 2017 में लता से।खरीद लिया। लेकिन इसमें की गई रजिस्ट्री में शर्त थी की वे जब तक जीवित है।तब तक भूतल के कमरों के इस्तेमाल अपने रहने के लिए करेंगी। 

 

समाज भी कर चुका है पहल

 

इस मामले में बहु प्राची भार्गव ने समाज से भी इस विवाद में हस्तक्षेप की मांग की थी। जिसमे उन्होंने समाज द्वारा दिए जाने वाले निर्णय को मान्य करने का भरोसा दिया था। जिस पर समाज ने महादेव भार्गव को पत्र भेजकर अपना पक्ष रखने को कहा था। इस बात को 13 साल बीत गए ।लेकिन यह विवाद नही सुलझा। बहु का साफ कहना है की वह इसी घर में रहती है।पति दुबई में जॉब पर है। वे और बेटी अकेले रहते है।ऐसे में घर में उनकी सास के पास आने जाने वालों से उन्हे असुरक्षित महसूस होने के कारण उन्हें दीवार उठाने जैसा कदम उठाना पड़ा। जबकि लता का कहना है की आज वे 70 साल की है।ऐसे आरोप लगाना अनुचित है। उन्होंने तो 36 साल तक मैचिंग सेंटर चलाया है।

 

श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की जमीन बेचने का भी आरोप

 

बैतूल और मुल्ताई के दो कांग्रेस नेताओ के नाम के साथ एक नाम साल 2012e सुर्खियों में आया था।।वह नाम।लता के पति महादेव का ही था। 

 आरोप था की
सर्वराकार ने दो सौ करोड़ रुपये की जमीन दो करोड़ ३१ लाख रुपये में बेच
दी है । इस मामले को मुलताई के जन आन्दोलन मंच ने उठाया था।  इस  मामले में मुलताई पुलिस ने पूर्व एस डी एम् सत्येन्द्र अग्रवाल , नायब तहसीलदार वी के दीवान , उप पंजीयक आर एस चौधरी को  जमीन बेचने कि साजिश करने के आरोप में गिरफ्तार  किया था। करीब दो सौ करोड़ रुपये कि इस जमीन को फर्जी तरीके से ट्रस्टी बने महादेव प्रसाद भार्गव ने २५ जनवरी २०११ में बेच दिया  था । भार्गव को पुलिस पहले ही गिरफ्तार  कर चुकी थी। जानकारो के मुताबिक़ १९ १३ में बालमुकुन्द भार्गव ने श्री राम मंदिर के रखरखाव के लिए ३३ एकड़ जमीन खुद भगवान् राम के नाम पर बक्शीश कर दी थी । इस जमीन से मंदिर  कि व्यवस्थाये होना था । इस जमीन को ना तो कोई बेच सकता था और ना ही यह किसी के नाम हो सकती थी । लेकिन २००३ में सर्वराकार बने महादेव भार्गव ने यह जमीन भोपाल के बी के जार्ज , बैतूल के साहबराव और सत्येन्द्र मोहन सक्सेना को दो करोड़ ३१ ;लाख रुपये में  बेच दी जिसके लिए नगद रुपये तक नहीं लिए गए बल्कि महादेव ने पूरी जमीन चेको पर उधारी में बेच डाली । इसे लेकर मुलताई में कई दिनों तक बवाल मचता रहा आंदोलन हुए और फिर शिकायत के बाद ऍफ़ आई आर हुई ।