वास्तु शास्त्र में पेड़ पौधों को सही दिशा में रखने और किस पौधे के साथ कौनसा पौधा लगाएं इसके बारे में विस्तार से बताया गया है. सही दिशा में सही पौधे के साथ लगाने से इसका सीधा असर हमारे जीवन पर दिखाई देता है. वहीं अगर गलत पौधों को एक साथ लगा दिया जाए तो इसका नकारात्मक असर भी हमारे जीवन पर देखने को मिलता है. वह कौन से पौधे हैं जिन्हें एक साथ लगाने से हमारे ग्रह संतुलित हो सकते हैं 
क्यों होती है शमी के पौधे की पूजा?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शमी का पौधा बेहद प्रभावशाली माना जाता है. मान्यता है कि शमी के पौधे का पूजा करने से शनिदोष का प्रभाव कम होता है. साथ ही घर से निगेटिविटी भी दूर होती है. शमी के पौधे का वास्तु के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है. वास्तु शास्त्र में भी शमी के पौधा का विशेष महत्व बताया गया है. शमी का पौधा घर में लगाने से नकारात्मकता दूर होती है. साथ ही शमी के पौधे में शनि का वास माना जाता है. बात करें इसकी दिशा की तो शमी का पौधा पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना शुभ माना जाता है.

क्यों होती है एलोवेरा के पौधे की पूजा?
एलोवेरा को बुध ग्रह का प्रतीक माना जाता है. बुध ग्रह बुद्धि, ज्ञान और व्यवसाय का प्रतिनिधित्व करता है. वहीं एलोवेरा को शुक्र ग्रह से भी जोड़ा गया है. एलोवेरा लगाने से व्यवसाय में सफलता और समृद्धि भी आती है. एलोवेरा वैवाहिक और पारिवारिक संबंधों में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है. इतना ही नहीं मानसिक शांति के लिए भी एलोवेरा बेहद शुभ माना जाता है.

एलोवेरा लगाने के फायदे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में एलोवेरा लगाने से प्रेम, प्रगति, धन, प्रमोशन और प्रतिष्ठा बढ़ती है. वास्तु के अनुसार, घर की पूर्व दिशा में एलोवेरा का पौधा लगाने से मन को शांति मिलती है. इसके अलावा एलोवेरा के पौधे को आप दक्षिण-पूर्व कोने में भी लगा सकते हैं. एलोवेरा के पौधे को घर की पश्चिम दिशा में लगाना सर्वोत्तम माना गया है. इससे शुभ फलों का प्राप्ति होती है.

क्या एलोवेरा और शमी का पौधा एक साथ लगा सकते हैं?
शमी और एलोवेरा के पौधे एक साथ लगाने से शनि, बुध और शुक्र ग्रहों के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है इसके अलावा इन्हें साथ में लगाना भी शुभ माना जाता है. ये दोनों पौधे सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं. शमी का पौधा लगाने से शनि ग्रह मजबूत होता है जिससे करियर में सफलता और समृद्धि मिलती है, तो वहीं एलोवेरा बुध और शुक्र ग्रह को मजबूती प्रदान करता है तो इससे व्यक्ति को व्यापार और व्यवसाय में सफलता प्राप्त होती है. यह दोनों ही पौधे पारिवारिक सुख को भी बढ़ाते हैं.