सैम अटर मानते हैं कि वो अपनी आत्मा का एक हिस्सा ग़ज़ा में छोड़ आए हैं. ये सैम का वो हिस्सा है जिसने बहुत कुछ सहा है और इससे वो मुंह नहीं मोड़ सकते. ये वो हिस्सा है जिसे वो कभी नहीं भूल सकते.

सैम को अपने घर शिकागो आए तीन हफ़्ते हो गए हैं लेकिन ऐसा लगता है वो कल की ही बात है. दूसरी दुनिया का वो चेहरा उनके साथ ही है: जेना, डरी सहमी वो लड़की जो और बीमार होती जा रही थी, अस्पताल के एक बेड पर पड़ी हुई थी, वहीं उसकी मां सैम को जेना के पिछले जन्मदिन की तस्वीरें दिखा रही थीं, ये तस्वीरें त्रासदी से पहले की खुशनुमा यादें थीं.

एक और मां यहां थी जिसके 10 साल के बेटे की मौत हो गई थी.