नई दिल्‍ली । सुलतानपुर में डकैती के एक आरोपी के पुलिस ने एनकाउंटर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है। उन्होंने अपने पर एक्स हैंडल पर लिखा है कि लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गई।
उन्होंने कहा कि जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे।
अखिलेश ने कहा कि नक़ली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुँच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फंसाया जाता है।
दरअसल,  28 अगस्त को दिन दहाड़े दुकान में घुसकर पांच बदमाशों ने असलहे के बल पर करोड़ों का जेवरात और नगदी लूट ले गए थे। मंगलवार को घटना का खुलासा करते हुए एसपी ने बताया कि घटना में कुल 15 बदमाश प्रकाश में आए। मुठभेड़ में तीन बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद 11 बदमाश फरार थे। गुरुवार की सुबह डिप्टी एसपी एसटीएफ धर्मेश शाही की टीम ने हनुमानगंज (देहात कोतवाली सुल्तानपुर) में हाइवे के किनारे आरोपी मंगेश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। अभी 10 बदमाश फरार हैं।