इंदौर ।    इंदौर में अंतरराष्ट्रीय कंपनी कॉग्निजेंट ने अपना कार्यालय शुरू किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ब्रिलिएंट टाइटेनियम में कंपनी कार्यालय का शुभारंभ किया। लगभग 500 की संख्या में आईटी प्रोफेशनल्स को यहां रोजगार मिला है। उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि 21वीं सदी बौद्धिक युग का दौर है। कॉग्निजेंट कंपनी के आगमन से मध्य प्रदेश के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, जिससे क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आईटी कंपनियों को कई योजनाओं में 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक निवेश पर रिफंड की पालिसी है। इसे आगे हम और भी विस्तार देंगे। उन्होंने कहा 18 एवं 19 वीं सदी में खाद्य और कपास से आर्थिक विकास हुआ। 20 वीं सदी पेट्रोकेमिकल से आर्थिक विकास पर आगे बढ़ी और आज का दौर बौद्धिक दौर का युग है। दुनिया भारत के ज्ञान को मानती है। आईटी कंपनी कॉग्निजेंट के इंदौर में आगमन से रोजगार के नए अवसर विकसित होंगे। उन्होंने कहा प्रदेश में आईटी कंपनियों को बेहतर वातावरण और सुविधाएं प्रदान करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार सदैव तत्पर है। ये हमारे लिए बेहद खुशी की बात है कि कॉग्निजेंट ने अपने नए केंद्र के शुभारंभ के लिए इंदौर को चुना है। यह एक बड़ी उपलब्धि है, जिससे जाहिर होता है कि इंदौर अपने बढ़ते इन्फ्रास्ट्रक्चर और कुशल एवं प्रतिभाशाली लोगों की मौजूदगी की वजह से दुनिया भर की टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए बड़ी तेजी से पसंदीदा स्थान के रूप में उभर रहा है।  हम लगातार अपना सहयोग देने, व्यवसायों के लिए नए-नए अवसर पैदा करने और एक ऐसा माहौल बनाने के इरादे पर अटल हैं, जहां इनोवेशन एवं टेक्नोलॉजी का लगातार विकास हो, जो हमारे राज्य को देश के अगले डिजिटल केंद्र के रूप में आगे बढ़ाते हुए हमारे युवाओं के लिए अवसर पैदा करे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने विक्रम बेताल की कहानी से बौद्धिक ताकत का महत्व भी बताया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आईटी कंपनी कॉग्निजेंट के नवीन कार्यालय का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, गौरव रणदीवे, चिंटू वर्मा, प्रमुख सचिव संजय दुबे, संभागायुक्त दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, कलेक्टर आशीष सिंह और कॉग्निजेंट कंपनी के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।

इंदौर में कंपनी ने कई इनोवेशन किए

इस अवसर पर कॉग्निजेंट अमेरिका के ईवीपी एवं अध्यक्ष सूर्या गुम्मादी ने कंपनी के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर शहर के मध्य में ब्रिलियंट टाइटेनियम में स्थित कंपनी का यह नया केंद्र 46,000 वर्ग-फीट में फैला हुआ है। 500 लोगों की बैठने की क्षमता वाले इस केंद्र में कामकाज के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया है और इसी वजह से यहां 1250 एसोसिएट्स काम कर सकते हैं। यहां कई इनोवेशन किए गए हैं। सूर्या गुम्मादी ने कहा कि कॉग्निजेंट में 3 लाख 36 हजार 300 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा एसोसिएट्स भारत में हैं। दुनिया भर में कॉग्निजेंट के कर्मचारियों की संख्या 3 लाख 36 हजार 300 है, जिनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा एसोसिएट्स भारत में हैं। कंपनी इंदौर के अलावा बेंगलुरु, भुवनेश्वर, चेन्नई, कोयंबटूर, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, कोच्चि, कोलकाता, मंगलुरु, मुंबई और पुणे में भी  मौजूद है। कॉग्निजेंट दुनिया की सबसे बड़ी व्यावसायिक सेवा कंपनी में से एक है, जो अपनी सेवाओं के जरिए 20 अलग-अलग तरह के उद्योगों से जुड़े संगठनों को तेजी से बदल रही है। यह दुनिया में आगे रहने के लिए इन संगठनों की टेक्नोलॉजी को आधुनिक बनाती है। कंपनी का मुख्यालय अमेरिका में स्थित है, जो भारत से लेकर यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और मध्य-पूर्व तक बड़ी तेजी से अपने दायरे का विस्तार कर रही है। 

वंचित वर्गों की सेवा ही ईश्वर की सच्ची पूजा है

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इससे पहले डीपीएस स्कूल में छात्रों को संबोधित किया। यहां पर गुरुदेव शिक्षा केन्द्र का उद्घाटन हुआ है। सीएम ने कहा सेवा एवं दान के सुख और आनंद को शब्दों में परिभाषित करना कठिन है। सेवा एवं दान का आनंद और सुख आत्मिक अनुभूति का विषय है। दान एवं सेवा का सुख और आनंद की अनुभूति हम कर्म करके ही प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान है। ईश्वर की सच्ची पूजा वंचित वर्गों की सेवा एवं उनके कल्याण के कार्य हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को लेकर शिक्षा का प्रसार किया जाना चाहिए। जो संस्थाएं ऐसे कार्यों में लगी हैं उनके कार्य सराहनीय है। उन्हीं में से एक संस्था आपकी भी है। उन्होंने कहा कि इस संस्था द्वारा कमजोर वर्ग के बच्चों को बेहतर शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, यह संस्था बधाई की पात्र है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विद्यार्थियों को गणवेश एवं पठन-पाठन सामग्री वितरित की। उन्होंने वृक्षारोपण भी किया।