कन्या पूजन महाष्टमी 9 अप्रैल 2022 और महानवमी 10 अप्रैल 2022 को मनाई जाएगी। मान्यता है कि नवरात्रि के नौ दिनों में दैवीय शक्तियां साक्षात रूप में धरती पर विराजमान होती हैं। नवरात्र के दिनों में की गई प्रार्थना, भजन, स्तोत्र, उपासना, विनती से मां दुर्गा भक्तों पर कृपा बरसाती हैं और धन, दौलत की कमी को दूर कर श्री और सौभाग्य प्रदान करती हैं। पुराणों के अनुसार इन नौ दिनों में मां को खुश करने के लिए जहां उनकी पूजा-अर्चना आवश्यक है वहीं धार्मिक कर्मकाण्ड करते रहना चाहिए। नवरात्रि में मां कंजक रूप में पूजी जाती हैं। 2 साल से 5 साल तक की कन्याओं के पूजन की अत्यधिक महत्ता है। नौ दिनों में अगर आप इन कन्याओं को उनके मन भावन उपहार, दान, दक्षिणा देकर खुश करेंगे तो मां नवदुर्गा भी खुश होंगी। तो आईए जानें कैसे

 
विद्या की देवी मां सरस्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए सफेद फूल कन्याओं को भेंट स्वरूप दें।

आत्मा या मन संबंधी इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए लाल पुष्प कन्याओं को भेंट स्वरूप दें।

लौकिक अभिलाषाओं की पूर्ति के लिए मीठे लाल अथवा पीले रंग के फल कन्याओं को भेंट स्वरूप दें।

संन्यास और वैराग्य की प्राप्ति के लिए केला अथवा नारियल कन्याओं को भेंट स्वरूप दें।

मां दुर्गा को खुश करने के लिए मिठाई, खीर, हलवा अथवा केसरिया चावल कन्याओं को भेंट स्वरूप दें।

 

अपनी क्षमता के अनुसार कन्याओं को भेंट स्वरूप रूमाल या रंग बिरंगे रिबन दें।

अखण्ड सौभाग्य की चाह रखने वाली महिलाएं और निसंतान दंपति संतान प्राप्ति के लिए छोटी कन्याओं को पांच प्रकार की श्रृंगार सामग्री भेंट करें जैसे बिंदी, चूड़ी, मेहंदी, बालों को सजाने का सामान, खुशबूदार साबुन, काजल, नेल पॉलिश, टैल्कम पाउडर आदि।

मां का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कन्याओं को भेंट स्वरूप खिलौने दें।

मां सरस्वती का आह्वान करने के लिए कन्याओं को शिक्षण संबंधी वस्तुएं भेंट स्वरूप दें जैसे पेन, स्केच पेन, पेंसिल, कॉपी, ड्राइंग बुक्स, कंपास, वाटर बॉटल, कलर बॉक्स, लंच बॉक्स आदि।