बैतूल। तीन अगस्त से लापता एक वृद्ध की ताप्ती नदी में मिली लाश का खुलासा हो गया है। वृद्ध को जादू टोने के शक में पिता पुत्र ने  कुल्हाड़ी से हत्या कर लाश नदी में फेंक दी थी।  पुलिस ने हत्या के एक आरोपी को गिरफतार कर लिया है।जबकि उसका पुत्र फिलहाल फरार है। 

 

 

पिछले 3 अगस्त को महिला  लीला बाई ने थाना झल्लार आकार शिकायत की थी की उसका पति सुनील धोतरे (60)   बकरी चराने जाने के बाद वापस नही लौटा।   गुम इंसान का संदिग्ध रुप से गायब होना पाया जाने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और तलाश शुरू की। इसी   दौरान जंगल की पगडंडी रास्ते पर खून के निशान दिखाई दिए। यह  खून के निशान ताप्ती नदी तक गए थे।। इससे संदेह बढ़ गया की कोई गंभीर घटना घट चुकी है। जिसके बाद  पुलिस टीम और SDRF टीम के द्वारा ग्राम गौलागोंदी के जंगल एवं ताप्ती नदी मे  तलाश शुरू की गई।  इसी बीच एक संदेही भगी उर्फ राजेन्द्र पांसे  उसी दिन  से फरार था जिसकी पतारसी के लिए एक अलग पुलिस टीम बनाकर संदेही की तलाश मे रवाना की गई।

 

नदी में मिली लाश 

 

 5 अगस्त को मौके से  करीबन 08 किमी दूर ग्राम कास्या भुरू के कोठी ढोह ताप्ती नदी मे गुम इंसान सुनील धोतरे का शव मिला ।  मृतक के परिजनो के कथनो के आधार पर संदेही भंगी उर्फ राजेन्द्र पासे की सतत तलाश की जा रही थी। जो ग्राम गौलागोंदी के अपने खेत मे छुपा मिला।  जिससे  पूछताछ करने पर भंगी उर्फ राजेन्द्र ने जुर्म स्वीकार कर बताया कि 02 अगस्त को मेरे द्वारा सुनील धोतरे की कुल्हाडी से मारकर हत्या कर अपने लड़के संजय पांसे के साथ शव को जंगल के रास्ते ले जाकर ताप्ती नदी के बहते पानी मे फेक दिया था। पुलिस ने  आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी जप्त की गई है। आरोपी भंगी उर्फ राजेन्द्र को गिरफतार कर लिया है। उसका बेटा संजय पांसे  फरार हो गया है।

 

 

इसलिए की हत्या

 

आरोपी राजेंद्र की पत्नी की तबियत खराब थी जिसका इलाज कराने वह मृतक सुनील के पास गया था। सुनील भगत का काम करता था। बताया जा रहा है की बीमार पत्नी को दिखाने के दौरान भगत ने उसे इंतेजार करने को कहा।इस बीच राजेंद्र की पत्नी की तबियत और खराब हो गई। जिससे वह राजेंद्र से नाराज हो गया था। 

 

इस अंधे कत्ल को सुलझाने में  निरीक्षक अनुराग प्रकाश, एएसआई संजय कलम, दिलीप टांडेकर,  विजेश रघुवंशी, की खास भूमिका रही। एसपी ने पूरी टीम को पुरुष्कृत किया है।