लखनऊ । लोकसभा चुनाव 2024 की मतों की गिनती से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा ने ईडी, सीबीआई, आईटी को सरकार बनाने, बचाने और चलाने के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने झूठे विकास के आंकड़ों से देश और दुनिया को छला। भाजपा के झूठे राष्ट्रवाद ने देश का नुकसान किया। भाजपा की भ्रष्ट नीतियां देश के भविष्य के लिए अक्षम व असमर्थ हैं। अब देश नकारात्मक ताकतों से आजाद होने जा रहा है।
सोमवार को यहां पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के झूठे राष्ट्रवाद ने देश को नुकसान पहुंचाया। सामाजिक रूप से देश का सौहार्द्र बिगाड़ा, भाईचारा खत्म किया। जाति से जाति और संप्रदाय से संप्रदायों को लड़वाया। संविधान द्वारा दिए गए आरक्षण को साजिशन खत्म करने की कोशिश की गई। बेरोजगारों से छल किया, पेपर लीक कराए। देश के लिए आगे बढ़कर लड़ने वालों के लिए अपने मंत्रियों से जानबूझकर अपशब्द कहलवाए। मणिपुर, हाथरस, महिला पहलवान, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार और सबसे खराब व्यवहार किए जाने का रिकॉर्ड बनाया।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने आर्थिक रूप से इलेक्टोरल बॉन्ड का ऐतिहासिक भ्रष्टाचार किया। इसके जरिए पैसा कमाने के लिए मुनाफाखोरी को बढ़ावा दिया जिसने महंगाई को बढ़ाया। अपने फायदे के लिए भाजपा ने जनता पर महंगाई थोप दी। नोटबंदी से व्यापार चौपट कर दिया। भ्रष्ट जीएसटी से छोटे दुकानदार को मंदी का शिकार बना दिया। किसानों की जमीन हड़पनी चाही। काले कृषि कानून लाए। खाद की बोरी की चोरी की। लाभकारी मूल्य नहीं दिया। देश को अब तक की सबसे बड़ी बेरोजगारी में धकेल दिया। महंगाई से गरीब को और गरीब कर दिया। अमीरों के अरबों के लोन माफ कर दिए लेकिन किसानों का ऋण नहीं माफ किया। उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। ब्याज की दरें घटाकर मध्यमवर्ग की बचत को बेकार कर दिया।
इण्डिया गठबंधन की प्रमुख घटक सपा के मुखिया ने कहाकि बैंकों में तरह-तरह के चार्ज से लोगों का धन दीमक की तरह खा गए। बैंक लॉकरों के नाम पर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। नैतिक रूप से चंदे का पैसा तक खा गए। केयर के आगे पीएम के नाम का इस्तेमाल कर बाद में हिसाब देने से मना कर दिया। अपराधियों को शामिल करने उनके कृत्यों पर पर्दा डालने जैसे मणिपुर में अपने संघी साथियों द्वारा बेटियों के साथ अमानवीय व्यवहार में और बीएचयू में अभद्रता कांड में, खीरी किसान हत्याकांड में, हाथरस की बेटी से दुष्कर्म, हत्या व कानपुर देहात कांड में जहां मां-बेटी को झोपड़ी में जिंदा जलाकर मार डाला ऐसे अनगिनत उदाहरण भाजपा सरकार के हैं। उन्होंने कहा कि शारीरिक रूप से देखें तो भाजपा ने लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ किया। भाजपा ने बिना जांचे परखे वैक्सीन लगवाई। कमीशन लेकर गलत दवाइयों को पास करके लोगों का जीवन खतरे में डाला। इसका सीधा असर जनता की सेहत पर पड़ेगा और लोगों की तंदुरुस्ती पर भी पड़ेगा। भाजपा पीढ़ियों पर प्रहार की दोषी भी है। भाजपा राज में महिलाओं में असुरक्षा का भाव घर कर गया। युवा बेरोजगारी से डिप्रेशन का शिकार हुए हैं। 
अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीतिक रूप से चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव में कैमरे के सामने धांधली की। चुनी हुई सरकारें गिराई। खरीद-फरोख्त की नकारात्मक सियासत को जायज ठहराया। परिवारिक रूप से राजनीतिक फायदे के लिए परिवारों को लड़वा दिया। मानसिक रूप से भाजपा ने अपने ही समर्थकों को हिंसक बनाया। मॉब लिंचिंग को सही ठहराने की साजिश की। आपराधिक रूप से ऐसे लोगों को मंत्री पद दिया और बनाए भी रखा जिन लोगों ने किसानों की हत्या की। जो लोग महिलाओं पर अत्याचार व शोषण के दोषी हैं। न्यायालय तक में अपने लोग पिछले दरवाजे से सेट किए। न्यायाधीशों से खुलकर एक राजनीतिक विचारधारा के लिए बयान दिलवाए। यही काम विश्वविद्यालयों में किया। नौकरशाही में लेटरल एंट्री के बहाने धांधली की। योजना आयोग को खत्म किया।