बैतूल।  बैतूल में आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए एक शिक्षक ने जहर खा लिया है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।आरोप है की एसी ट्राइबल उस पर सीएम हेल्पलाइन की शिकायत वापस लेने का दबाव बना रही थी।हालाकि एसी ट्राइबल ने इससे इंकार किया है। 

 

खटमल मार खाकर पहुंचा अस्पताल

 

पटेल वार्ड सदर में रहने वाला प्रशांत कोसे (38) शाहपुर के cm राइज स्कूल में शिक्षक है।  बीती रात उसने खटमल मार जहर का सेवन कर लिया।  जिसे परिजनों ने गंभीर हालत में देर रात जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया है । प्रशांत का आरोप है की मैंने एक शिकायत की थी सीएम हेल्पलाइन पर उसको वापस लेने ऐसी मैडम ने कहा था कि शिकायत वापस लो या आचार संहिता का उल्लंघन है तुम शिकायत कर रहे हो शिकायत वापस नहीं लोगे तो तुम पर उल्टा कार्रवाई करेंगे शिकायत वापस लेने परेशान कर रही थी मानसिक रूप से परेशान कर रही थी इसलिए मैंने दवा खा ली वापस लेने के लिए दबाव बना रही थी। उन्होंने कहा था कि शिकायत वापस लो नहीं तो तुम पर उल्टा कार्रवाई की जाएगी उससे मैं मानसिक रूप से परेशान हुआ और मैंने जहर खा लिया।

 

साइबर क्राइम की शिकायत की थी

 

 शिक्षक प्रशांत कोसे ने जानकारी देते हुए बताया कि वह सीएम राइस स्कूल शाहपुर में पदस्थ है जहां वे प्राइमरी कक्षा को पढ़ाते है। जहां पर दसवीं कक्षा में नकल होने की शिकायत हुई थी। जिसमें जो मोबाइल नंबर से शिकायत की गई थी। उस नंबर की डिटेल निकाली गई थी और उसके साथ दो और नंबरों की भी डिटेल निकाली गई थी। जिसमें शैलेश सरोने संकुल प्राचार्य तारा की शिकायत की थी। मैंने एसी महोदय के पास, विभागीय कार्रवाई के लिए। जब विभागीय कार्रवाई नहीं हुई तो सीएम हेल्पलाइन पर मैंने कंप्लेंट की थी।  तो ऐसी मैडम का कहना था कि तुम कंप्लेंट वापस ले लो तुम जो यह शिकायत कर रहे हो यह आचार संहिता का उल्लंघन है। मैं तुम्हारे विरुद्ध कार्रवाई करूंगी। अगर तुम शिकायत वापस नहीं लेते हो तो। प्रशांत का  आरोप है कि इसी से  मानसिक रूप से परेशान होकर शुक्रवार रात घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। फिलहाल शिक्षक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर डॉक्टरों द्वारा उनका उपचार किया जा रहा है।

 

शिक्षको ने निकलवाई थी काल डिटेल

 

बताया जा रहा है कि शाहपुर विकासखंड के तारा में तैनात संकुल प्राचार्य ने प्रशांत के अलावा अन्य दो मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई थी उसकी विभागीय कार्रवाई के लिए प्रशांत ने आवेदन किया था जिस पर इसी टाइगर ने उसे कहा था कि यह परसनल शिकायत है इसके लिए उन्हें पुलिस के पास जाना चाहिए प्रशांत ने बताया कि वह शिकायत लेकर एडिशनल एसपी के पास गया था लेकिन उसे वहां कहा गया कि यह विभागीय शिकायत है इसलिए वह विभाग के पास जाए प्रशांत का आरोप है कि प्रशांत प्रसाद की स्थानांतरण किया गया था जिसमें वह जांच चाह रहा था इस मामले में एक विकलांग प्रमाण पत्र भी लगाया गया था जिसकी वह जांच कराना चाहता था लेकिन इसी ट्राइबल उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रही थी उसे कहा जा रहा था कि उसके खिलाफ उल्टी कार्रवाई की जाएगी उससे व मानसिक रूप से परेशान हो गया।

 

एसी ट्राइबल ने आरोप नकारे

 

इस मामले में एसी ट्राईबल शिल्पा जैन का पक्ष जानने उनसे चर्चा की।  शिल्पा जैन ने कहा कि मैंने कोई प्रताड़ना नहीं की है ।  यह सीएम हेल्पलाइन की शिकायत 30 तारीख को हुई थी। इसकी बेसिक शिकायत थी कि साइबर क्राइम के अपराध के तहत विभागीय कार्यवाही में शैलेश सरोने का ट्रांसफर हुआ है। उसे रिलीव नहीं किया जा रहा है । वह विकलांग होने का सर्टिफिकेट बता रहा है । उसकी जांच की जाए। मेरा कहना है कि आप की पदस्थापना शाहपुर में है जबकि शैलेश की तारा में है । साइबर क्राइम की शिकायत पुलिस में की जानी चाहिए। अगर उसने आपके साथ कोई साइबर क्राइम किया है । तो दूसरे स्कूल से आपको कोई मतलब नहीं होना चाहिए। इसमें आपको शिकायत का अधिकार नहीं है । मैंने बस इतना कहा था कि आचरण नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी अगर आप शिकायत करेंगे तो।