बैतूल ।  सोनाघाटी में विस्थापित किए गए पारदियो ने बीती रात एक बार फिर  एक्सीलेंस स्कूल ग्राउंड पहुंचकर जमकर हंगामा किया। पारदियो के दर्जनों परिवार दोबारा ग्राउंड पहुंच गए जिन्हे मशक्कत के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियो ने वापस सोनाघाटी भिजवाया। 

 

2007 में आगजनी और तोड़फोड़ के बाद चौथिया गांव से विस्थापित पारदी बीते 16 साल से एक्सीलेंस स्कूल ग्राउंड पर रह रहे थे। उन्हे हाईकोर्ट के आदेश के बाद सोनाघाटी में मकान बनाने के लिए प्लाट देकर विस्थापित किया गया है। लेकिन बीती रात दर्जनों पारदी परिवार अपना सामान लेकर दोबारा स्कूल ग्राउंड पर पहुंच गए।वे यहां एक बार फिर झोपड़ियां बनाकर रहने की योजना बना रहे थे।इसी बीच प्रशासन को इसकी भनक लगने के बाद कोतवाली और गंज थाने का पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।उन्होंने पारदी परिवारों को समझाइश देकर वापस भेजने की कोशिश की।लेकिन वे सोना घाटी में समस्या बताकर वहां जाने से मना करते रहे। आखिर  रात करीब डेढ़ बजे  गंज थाना प्रभारी, कोतवाली थाना प्रभारी तहसीलदार और डिप्टी कलेक्टर राजीव कहार सहित नगर पालिका व राजस्व का अमला मौके पर मौजूद रहा। अधिकारियो ने ट्रैक्टर की मदद से पारदी परिवारों को वापस भिजवाया। 

बता दे की वर्षो से स्कूल ग्राउंड पर रह रहे पारदी परिवारों का यहां विरोध होता रहा है। ग्राउंड खाली होने के बाद स्कूल प्रशासन ने यहां तार की फैंसिंग लगाकर ग्राउंड सुरक्षित कर दिया है। इसके पहले भी पारदी यहां आकर दोबारा बसने का प्रयास कर चुके है।जबकि करीब 92 परिवारों को सोनाघाटी में मकान के पट्टे दिए जा चुके है। वहां रह रहे पारदी के दो गुट आपस में लड़ाई कर रहे है। जिसकी शिकायत रोज ही कोतवाली थाना पहुंच रही है।