मोदी ने कहा कि कांग्रेस के मॉडल में फैमिली फस्र्ट सर्वोपरि रहा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति ने विस्तार से चर्चा की है, देश को आगे की दिशा भी दिखाई है। राष्ट्रपति जी का अभिभाषण प्रेरक भी था, प्रभावी भी था और हम सबके लिए भविष्य के काम पर मार्गदर्शक भी था। इसे जिसने जैसा समझा, वैसे समझाया। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास पर यहां बहुत कुछ कहा गया। इसमें कठिनाई क्या है। ये तो हम सबका दायित्व है। जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे इसके लिए कोई अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती हो जाएगी। ये उनकी सोच, समझ के बाहर है और रोडमैप में भी सूट नहीं करता। इतना बड़ा दल एक परिवार के लिए समर्पित हो गया है। उसके लिए ये संभव ही नहीं है।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के मॉडल में फैमिली फस्र्ट सर्वोपरि रहा है। देश की जनता ने हमें तीसरी बार लगातार सेवा का मौका दिया। ये बताता है कि देश की जनता ने हमारे विकास के मॉडल को परखा है, समझा है और समर्थन दिया है। हमारा ये मॉडल एक शब्द में कहना हो तो कहूंगा- नेशन फस्र्ट। इसी उम्दा भावना के साथ वाणी-वर्तन, नीतियों में इसी एक बात को मानदंड मानकर सेवा करने का प्रयास किया है।
आदिवासी समाज के लिए पीएम जनमन योजना बनाई
कुछ समूह ऐसे हैं, जिनकी संख्या कम है। जो बिखरे हुए हैं। राष्ट्रपति से उनको विकास का गाइडेंस मिला। आदिवासी समाज में वंचित लोगों के लिए पीएम जनमन योजना बनाई, जिससे उनका विकास हो।
जिसको किसी ने नहीं पूछा, उसको मोदी पूजता है
गरीब, वंचित का कल्याण यह हमारी प्राथमिकता है। इस बार के बजट में हमने लैदर फुटवियर इंडस्ट्री को लाभ दिया है। इसका लाभ गरीब और वंचित समाज को मिलेगा। समाज के इस वर्ग के लोग ही टॉयज बनाते हैं, हमने उनको मदद की। आज हमारे टॉयज एक्सपोर्ट हो रहे हैं। इसका लाभ वंचितों को मिल रहा है। मछुआरा समुदाय के लिए अलग मिनिस्ट्री बनाई। साथ ही उनके लिए किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे दिए। 40 हजार करोड़ रुपए से फिशरीज सेक्टर को बल दिया है। इससे हमारा मछली उत्पादन और एक्सपोर्ट दो गुना हुआ है। इसका लाभ मछुआरा समाज को हुआ है।
हमने बाबा साहेब की सोच को आगे बढ़ाया
एससी-एसटी समुदाय की आर्थिक लाचारी बाबा साहेब समाप्त करना चाहते थे। कांग्रेस ने उसे गहरा संकट बना दिया। 2014 में हमारी सरकार ने इस सोच को बदला। हमने स्किल डेवलपमेंट, इंडस्ट्रियल ग्रोथ पर जोर दिया। विश्वकर्मा योजना बनाकर पारंपरिक काम करने वालों की पहली बार चिंता की। हमने उन्हें ट्रेनिंग दिया, औजार दिया, डिजाइनिंग में मदद, आर्थिक सहायता और बाजार उपलब्ध कराया। हमने मुद्रा योजना से जिन लोगों को पहली बार उद्यम में आना था। उन्हें हमने बिना गारंटी का लोन दिया। स्टैंडअप योजना में 1 करोड़ रूपए का बिना गांरटी का लोन दिया। इसे बजट में डबल किया। इससे वंचित समाज को लाभ मिला।
कांग्रेस को मजबूरन जय भीम बोलना पड़ता है
इतिहास की ओर थोड़ी नजर डालें तो बाबा साहेब अंबेडकर के साथ कांग्रेस को कितनी नफरत रही थी, उनके प्रति कितना गुस्सा था, इसके सारे दस्तावेज मौजूद हैं। इस गुस्से को बाबा साहब को दो-दो बार चुनाव में पराजित करने के लिए क्या-क्या नहीं किया गया। कभी भी बाबा सहेब को भारत रत्न के योग्य नहीं समझा गया। इतना ही नहीं, इस देश के लोगों ने बाबा साहब की भावना का आदर किया। तब आज मजबूरन कांग्रेस को जय भीम बोलना पड़ रहा है, उनका मुंह सूख जाता है। कांग्रेस रंग बदलने में बड़ी माहिर है। इतनी तेजी से अपना नकाब बदल देते हैं। ये इसमें साफ-साफ नजर आ रहा है।