हिंदू कैलेंडर का तीसरा माह ज्येष्ठ शुक्रवार 24 मई से प्रारंभ हो रहा है. इस दिन ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि, अनुराधा नक्षत्र, शिव योग, बालव करण, पश्चिम का दिशाशूल और दिन शुक्रवार है. सुबह में सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जिसमें आप जो भी शुभ कार्य करेंगे, उसके अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे. दिन में शिववास मां गौरी के साथ है, जो शाम 07:24 पी एम तक है. ऐसे में आप चाहें तो रुद्राभिषेक करा सकते हैं.

ज्येष्ठ माह में जल का दान महत्वपूर्ण होता है. इसमें भगवान विष्णु के वामन स्वरूप की पूजा करने का विधान है. इस माह में प्यासे लोगों को पानी पिलाना पुण्य का काम होता है. ज्येष्ठ के महीने में गर्म वस्तुओं, मसाला, तेल आदि का सेवन नहीं करते हैं. इस माह में सूर्य का प्रभाव अधिक होता है. ज्येष्ठ महीने में हनुमान जी और शनि देव की विशेष पूजा की जाती है.

शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी की पूजा और शुक्र ग्रह के दोषों को दूर करने के लिए अच्छा माना जाता है. शाम के समय में माता लक्ष्मी की पूजा करें और उनको खीर का भोग लगाएं. इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी और धन-वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होगा. शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनें, इत्र लगाएं. दूध, चावल, खीर का सेवन करें. इससे शुक्र दोष दूर होगा. वैदिक पंचांग से जानते हैं ज्येष्ठ प्रतिपदा के का सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल आदि के बारे में.

आज का पंचांग, 24 मई 2024
आज की तिथि- प्रतिपदा – 07:24 पी एम तक, फिर द्वितीया तिथि
आज का नक्षत्र- अनुराधा – 10:10 ए एम तक, उसके बाद ज्येष्ठा
आज का करण- बालव – 07:27 ए एम तक, कौलव – 07:24 पी एम तक, फिर तैतिल
आज का योग- शिव – 11:22 ए एम तक, उसके बाद सिद्ध योग
सर्वार्थ सिद्धि योग: 05:26 ए एम से 10:10 ए एम
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- शुक्रवार
चंद्र राशि- वृश्चिक

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:26 ए एम
सूर्यास्त- 07:10 पी एम
चन्द्रोदय- 08:14 पी एम
चन्द्रास्त- 05:35 ए एम
अभिजीत मुहूर्त- 11:51 ए एम से 12:46 पी एम
ब्रह्म मुहूर्त- 04:04 ए एम से 04:45 ए एम

अशुभ समय
राहुकाल- 10:35 ए एम से 12:18 पी एम
गुलिक काल- 07:09 ए एम से 08:52 ए एम
दिशाशूल- पश्चिम
विंछुड़ो – पूरे दिन

शिववास
गौरी के साथ – 07:24 पी एम तक, उसके बाद सभा में