दोस्ती शायरी: ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे कभी, बनी रहे रिश्तों की ये प्यारी निशानी।
दोस्ती का रिश्ता कुछ यूं निभाते हैं,
दिल की बात दिल तक पहुँचाते हैं।
चाय की प्याली हो या सुबह की चाय,
हर पल में ताज़गी का अहसास कराते हैं।
हर मोड़ पर साथ खड़े नज़र आते हैं,
गम को हंसी में बदलकर भुलाते हैं।
वो बातें, वो किस्से, वो कहानियाँ,
दोस्तों के साथ हर लम्हा सुहाना बनाते हैं।
जब भी उदास होते हैं, साथ निभाते हैं,
मुस्कुराहटों के फूल खिलाकर बहलाते हैं।
एक दूसरे का हाथ थाम कर चलना,
जीवन की हर राह को आसान बनाते हैं।
दोस्ती का ये अनमोल रिश्ता,
हर खुशी और गम को साझा कराते हैं।
वो हंसी-मजाक और वो प्यारी बातें,
दोस्तों के संग हर पल में मिठास लाते हैं।
कभी रूठना, कभी मनाना,
दोस्ती का यही तो असली फ़साना।
हर मुश्किल को हंसी में टाल देना,
दोस्तों के साथ ही जीने का बहाना।
ये रिश्ते का धागा कभी टूट न पाए,
दोस्तों की महफिल में हमेशा रह पाए।
दोस्ती का ये नाता अनमोल है,
हर पल में बस खुशियों का झरना खोल है।
दोस्तों के बिना ये जिंदगी अधूरी,
उनके साथ ही हर बात पूरी।
दिल की हर बात उनसे कह पाते हैं,
दोस्तों के संग हर दिन को खास बनाते हैं।
दोस्ती का रिश्ता यूं ही बना रहे,
हर लम्हा हंसी-खुशी में बसा रहे।