बैतूल।रिश्वत लेते कल पकड़े गए स्वास्थ्य विभाग के लैब टेक्नीशियन और सीएमएचओ को आज लोकायुक्त ने वाइस सैंपल के लिए भोपाल बुलाया है।। लोकायुक्त आज दोनो को बैतूल से हटाने पत्र भी लिखेगा। हालाकि दोनो को रात में ही जमानत दे दी गई है। 

डीएचओ Dr मनोज हुरमाड़े ने बताया की सीएमएचओ की जमानत जिला महामारी नियंत्रक डॉक्टर राजेश परिहार ने ली है। जबकि रिश्वत लेते पकड़े गए राधा गोविंद शुक्ला की जमानत उनके संबंधी संतोष शर्मा ने ली है।

 इस जमानत के साथ ही दोनो को रिहा कर दिया गया। जमानत में दोनो से एक सहमति पत्र भरवाया गया है कि वे विवेचना में सहयोग करेंगे। जब भी पुलिस या न्यायालय उन्हे तलब करेंगे तो वे हाजिर होंगे। कोई ऐसा काम नही करेंगे जिससे विवेचना प्रभावित हो। 

आज होंगे वाइस सैंपल

लोकायुक्त पुलिस ने सीएमएचओ सुरेश बौद्ध और शुक्ला को वाइस सैंपल का नोटिस दिया है। दोनो को आज वाइस सैंपल देने के लिए भोपाल बुलाया  गया है। जिससे उनके पूर्व की वाइस की पुष्टि हो सके। बताया जा रहा है की खुद सीएमएचओ ने भी फरियादी पाटनकर से चर्चा की थी। जिसका वाइस रिकार्डिंग सुरक्षित की गई थी।लोकायुक्त पुलिस आज इस रिकार्डिंग की ट्रांस स्क्रिप्ट भी तैयार करेगी। 

हटाने के लिए लिखेगा लोकायुक्त

रिश्वत मामले में आरोपी सीएमएचओ और लैब टेक्नीशियन को मौजूदा पद से हटाने लोकायुक्त पुलिस आज विभाग को पत्र लिखेगी। वही कल की गई पूरी कार्रवाई से अवगत कराएगी।  यह सर्कुलर नियमानुसार हर कार्रवाई के बाद भेजा जाता है। 

प्रशासन ने नही दिखाई गंभीरता

बैतूल पदस्थापना के साथी सीएमएचओ सुरेश बौद्ध लगातार मेडिकल स्टोर निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम का निरीक्षण और उन पर कार्यवाही कर रहे थे इससे आक्रोश पनप रहा था एक मेडिकल स्टोर को सील करने के बाद जिला औषधि विक्रेता संघ ने इस पर नाराजगी भी जताई थी उन्होंने खुद सीएमएचओ से मुलाकात भी की थी जबकि बैतूल के पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल और कांग्रेसी विधायक ने लडाका से इस मामले की शिकायत भी की गई थी यह मामला लगातार अखबारों की सुर्खियां भी बना था लेकिन बैतूल प्रशासन ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। इससे मैसेज जा रहा था कि सीएमएचओ को कलेक्टर की तरफ से फ्री हैंड दिया गया है यही कारण लगातार विवादों की वजह बनता रहा।

इस मामले में कांग्रेस विधायक नाराज है उन्होंने कहा की भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी ऐसे अधिकारियो को जेल भेजा जाना चाहिए। वे उच्चाधिकारियों से इस मामले में चर्चा करेंगे। उन्होंने सीएमएचओ को हटाए जाने की भी मांग की। 

हतोत्साहित हो रहा फरियादी

आमतौर पर होता कि ही है कि लोकायुक्त की कार्रवाई के दौरान या कार्रवाई के तुरंत बाद ही इसकी सूचना मिलने पर संबंधित विभाग आरोपी के खिलाफ विभागीय तौर पर कार्यवाही कर देता है। लेकिन बैतूल सीएमएचओ और लैब टेक्नीशियन के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के 18 घंटे बीत जाने के बावजूद विभाग ने इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की है।  बैतूल जिला प्रशासन की तरफ से भी ऐसी किसी कार्रवाई के संकेत नहीं मिले हैं।

इससे फरियादी हतोत्साहित है। इससे यह संदेश भी जा रहा है कि आरोपितों को प्रश्रय मिला हुआ है।।