ललितपुर ।  थाना जाखलौन क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम एरा में निवासी एक ग्रामीण उस समय साइबर क्राइम का शिकार हुआ, जब उसने अपनी बहन के उत्पीड़न का मामला उसके ससुरालियों पर दर्ज कराया था। इस दर्ज मामले को लेकर एक धोखेबाज ने एसपी कार्यालय का हवाला देकर अपने आप को कर्मचारी बताया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पीड़ित ने 2800 रूपये की नगदी अपने खाते में ट्रांसफर कर ली। उक्त घटना के संबंध में पीड़ित ने शिकायती पत्र देकर अज्ञात आरोपी पर आईटी एक्ट में मामला पंजीकृत कराया।
 ग्राम एरा निवासी कल्यान पुत्र नंदू ने थाना जाखलौन पुलिस को शिकायती पत्र देते हुए अवगत कराया कि 17 मई को ससुरालियों के उत्पीड़न का मामला सदर कोतवाली में उसकी बहन सुशीला पत्नी गोविन्द ने दर्ज कराया था। इसी मामले को लेकर 22 मई को सुबह करीब 11 बजे उसके मोबाइल नंबर पर एक फोन आया और कहा गया कि मैं एसपी कार्यालय से बोल रहा हूं और तुम्हारी बहन का मामला पंजीकृत हो चुका है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए 3000 रूपये भेज दो। इसके बाद उसने एक बार 900 और दूसरी बार 1900 भेज दिए। दूसरे दिन फिर इस नंबर से फोन आया और उक्त मुकदमा के संबंध का मिलान करने के लिए उसे शहर में कई जगह बुलाया और उसके बाद उसने फोन स्विच ऑफ कर लिया। इसके बाद उसे एहसास हुआ कि वह साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गया है। साइबर थाना क्राइम प्रभारी ने मामले को संज्ञान में लेकर पीड़ित द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के आधार पर राहुल नमक अज्ञात आरोपी के खिलाफ 420 406 तथा 66 डी आईटी एक्ट में मामला पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।