रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने प्रदेश में बढ़ते अपराध, तनाव और अराजकता के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस के लोगों की कारगुजारियों को सामने रखा है और कहा है कि एक ओर जहाँ छत्तीसगढ़ प्रदेश अपना 25वाँ राज्योत्सव मना रहा है, वहां बड़े दुख और चिंता के साथ कांग्रेस की कारगुज़ारियों को आपके बीच रखने की विवशता है। श्री देव ने साफ-साफ लफ्जों में आरोप लगाया कि प्रदेश में जहां भी अपराध और तनाव जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है, उसकी जड़ में कांग्रेस है। कांग्रेस जानबूझकर छत्तीसगढ़ को आग में झोंकना चाहती है। इसलिए पहले खुद अपराध को अंजाम देती है, षड्यंत्र रचती है और फिर उस मुद्दे पर सरकार को घेरने में उसके बड़े नेता लग जाते हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री देव ने सोमवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में आहूत पत्रकार वार्ता में स्पष्ट आरोप लगाया कि यह कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर पर तय हुई साज़िश के तहत हो रहा है कि समूचे देश-प्रदेश को अराजकता में धकेल दो, फिर चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करो। भय और आतंक का वातावरण निर्माण करो। इसी साजिश की कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी हर आतंक और अपराध के पीछे कांग्रेस का ही खूनी पंजा है। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार और छत्तीसगढ़ समेत तमाम राज्यों में हुए सफ़ाए से कांग्रेस अब जनता के प्रति बदले की भावना से भरी हुई है। वह समाज में अशांति फैलाने का काम कर रही है। श्री देव ने कहा कि अभी दामाखेड़ा में कबीर पंथ ही नहीं, समूचे प्रदेश की आस्था के केंद्र पर हमला करने वाला भी कांग्रेस का सक्रिय कार्यकर्ता निकला है। इसका प्रमाण स्वयं प्रकाश मुनि साहेब के फेसबुक के पोस्ट में है। प्रकाशमुनि साहेब ने अपने फेसबुक पोस्ट में इस बात का उल्लेख किया है कि इस घटना में भी अपराधी सरपंच पति कांग्रेस पार्टी का ही कार्यकर्ता है। प्रकाशमुनि साहब ने स्पष्ट यह आरोप लगाया है कि दामाखेड़ा की घटना को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। कांग्रेस के इस कृत्य की जितनी भर्त्सना की जाए, कम है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री देव ने कहा कि इसी तरह पूरे प्रदेश ने देखा कि बलौदाबाजार में किस तरह योजनाबद्ध तरीके से कलेक्टर और एसपी कार्यालय जलाए गए। इस प्रकरण में कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव के साथ-साथ सैकड़ों कांग्रेसी जेल में बंद हैं। महीनों बाद भी किसी अदालत ने इन्हें अगर जमानत देने लायक भी नहीं पाया है तो समझा जा सकता है कि इनके खिलाफ साक्ष्य कितने मजबूत हैं। श्री देव ने कहा कि इसी तरह सूरजपुर में पुलिस अधिकारी की पत्नी और बच्चे की जघन्य हत्या करने वाला एनएसयूआई का ज़िला महासचिव था तथा एनएसयूआई का जिलाध्यक्ष भी इस घृणित कृत्य में ज़िम्मेदार था। इस घिनौने कृत्य पर भी कांग्रेस उल्टे चोर कोतवाल को डाँटे की तर्ज़ पर राजनीति कर रही थी। सवाल उठता है कि क्या ये अब अपनी गंदी राजनीति चमकाने के लिए नरसंहार आदि को भी प्रायोजित करने से बाज नहीं आ रहे हैं? यह प्रश्न निराधार तो नहीं लगता। अगर ऐसा है, जो कि लग रहा है तो साफ कहा जा सकता है कि कांग्रेस अब राजनीतिक दल से एक संगठित अपराधियों के गिरोह में बदल चुकी है। लोहारीडीह कांड में भी बार-बार गाँव में अशांति फैलाने और दो समूहों को लड़वाने का काम कांग्रेस कर रही है। यदि कांग्रेस नेताओं को पता है कि दोषी और निर्दोष कौन है, तो पुलिस को बता दे या पुलिस को जांच करने दे।