मोदी की रैली से पहले चन्नी ने मांगा पंजाब के लिए पैकेज
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज फिरोजपुर में पीजीआइ के सेटेलाइट सेंटर का उद्घाटन करेंगे। यहां पीएम रैली को भी संबोधित करेंगे। रैली स्थल पर तैयारियों के लिए भाजपा नेता पहुंचने शुरू हो गए हैं। इस दौरान पीएम मोदी 42,750 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों का नींव पत्थर वर्चुअल तौर पर रखेंगे। इस रैली में कैप्टन अमरिंदर सिंह भी आएंगे।
गत दिवस बूंदाबांदी के बावजूद भाजपा नेता और पुलिस प्रशासन अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे रहे। खास बात यह है कि मोदी सात वर्ष में तीसरी बार फिरोजपुर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री की रैली के लिए तीस एकड़ में सजाए पंडाल में 50 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं, वहीं मंच को विशेष रूप से सजाया गया। रैली की सुरक्षा के लिए 10 हजार पुलिस कर्मचारी रैली स्थल पर तैनात किए गए हैं।
पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री के आगमन के लिए यहां तीन हेलीपैड बनाए गए हैं, वहीं हुसैनीवाला बार्डर के पास चार हेलीपैड अलग से तैयार किए गए हैं। पीएम मोदी की रैली को लेकर भाजपा उत्साहित है। इस रैली से पीएम पंजाब में चुनावी बिगुल फूंकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज फिरोजपुर में होने वाली रैली से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने उनसे पंजाब के लिए पैकेज की घोषणा करने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर पंजाब में लगने वाली इंडस्ट्री के लिए कर रियायतों वाला पैकेज घोषित करने को कहा है। चन्नी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री का पंजाब आने पर वह उनका स्वागत करते हैं, लेकिन मेरे दफ्तर में कोविड के दो मरीज आने के कारण मैं फिरोजपुर नहीं जा सकूंगा, बल्कि हिमाचल और हरियाण के मुख्यमंत्रियों की तरह उनसे वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए ही जुड़ूंगा। उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री मनप्रीत बादल सहित कुछ अन्य मंत्री पीएम का स्वागत करने जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम के आने से पूर्व उन्होंने उन्हें पत्र लिखे हैं जिसमें बीएसएफ का दायरा 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर करने वाला फैसला वापस लेने को कहा है। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से पंजाब के किसानों पर चढ़ा पूरा कर्ज एकमुश्त माफ करने के लिए संयुक्त प्रयास करने को कहा है।
बता दें, मुख्यमंत्री ने पहले भी प्रधानमंत्री से इस संबंधी कहा था कि अगर केंद्र सरकार किसानों का कर्ज माफ करने संबंधी कोई फैसला लेती है तो राज्य सरकार भी इसमें अपनी हिस्सेदारी देने को तैयार है। पंजाब ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री से चंडीगढ़ को पंजाब को देने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस संबंधी भी प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है।