मैनपुरी  औंछा थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर को खेतों में आग लगने से 600 बीघा गेहूं की फसल के साथ किसानों के अरमान भी जल गए। गांव विक्रमपुर में एक खेत में आग लगी। तेज हवा के कारण आग एक खेत से दूसरे खेत में आग फैल गई। जानकारी पर किसान खेतों पर पहुंच गए, लेकिन आग बुझाने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण किसान अपने सामने मेहनत को बर्बाद होते देखते रहे। कड़ी मेहनत किसानों ने गेहूं की फसल उगाई थी। इस फसल से कई परिवारों के अरमान जुड़े थे, लेकिन आग ने सब तबाह कर दिया। फसल जलता देख किसान फूट-फूटकर रोए। अग्निकांड की सूचना पर थाना औंछा पुलिस और क्षेत्रीय लेखपाल राजेश कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने नुकसान के संबंध में जानकारी जुटाई। पीड़ित किसानों से सरकार से मुआवजे की मांग की है। 
मैनपुरी अग्निकांडआग की घटना शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे हुई। ज्यादातर किसान अपने घरों पर थे। जब खेतों से धुआं उठता देखा तो किसानों को जानकारी हुई। गेहूं की फसल में आग लगने से इलाके में हाहाकर मच गया। बच्चे, बड़े-बुजुर्ग सभी आग बुझाने में जुटे गए, लेकिन उनके प्रयास नाकाफी साबित हुए। 
मैनपुरी अग्निकांडजब तब दमकल की गाड़ियां पहुंचीं, तब तक 600 बीघा फसल जल चुकी थी। दमकल ने कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। इस अग्निकांड से तीन गांव के 22 किसानों को काफी नुकसान हुआ है।आग लगने से किसान शिवराजसिंह, सिपाहीराम, बांकेलाल, प्रवीन कुमार, सोबरन सिंह, रामसनेही, राजबहादुर, मेघसिंह, रामशरण, महेशचंद्र, संतोष, कश्मीर सिंह, हेमंत, अजीत, सौरव, सोनू, विटादेवी, महेंद्र, बलवीर, हरिपाल, रोहित, अवधपाल निवासी विक्रमपुर की फसल जल गई।औंछा क्षेत्र के गोपालपुर में राजेश यादव के खेत में अज्ञात कारणों से लगी आग में तीन बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। तेज हवा के बीच ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाकर अन्य खेतों में खड़ी फसल को बचा लिया। करहल के गांव लखनी मोहब्बतपुर में चार किसानों की फसल जलकर राख हो गई।