बैतूल। तीन दिन से बैतूल कलेक्ट्रेट के पास धरने पर बैठे तीन विभागों के ढाई सौ से ज्यादा कर्मचारियों की हड़ताल से कार्यालयों में।पानी पिलाने से।लेकर सफाई और खाना बनाने की दिक्कतें पैदा हो गई है। लेकिन इसके बावजूद हड़तालियों की समस्या का समाधान नहीं हुआ है। उन्होंने अपने आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है।

 

अपनी। सात सूत्रीय मांगों को लेकर ये कर्मचारी पिछले बुधवार से हड़ताल पर है। इनमें आयुष विभाग,जनजाति कार्य विभाग ,नगरपालिका और नगरपरिषद के अनियमित चतुर्थ श्रेणी दैनिक वेतन भोगी और अंशकालीन कर्मचारी शामिल है। इन कर्मचारियों ने स्थायीत्व और वेतन सुविधाएं बढ़ाने की गुहार लगाई है। अधिकांश चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी होने के कारण उनके कार्यालय दिक्कतें शुरू हो गई

 

है।अधिकारी उनसे हड़ताल खत्म करने की गुजारिश कर रहे है।लेकिन उनकी मांगों को लेकर अब तक कोई आश्वासन नहीं दिया गया है।

 

 

 

मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के जिला अध्यक्ष प्रमोद बरडे ने बताया कि मंच लंबे समय से अनियमित कर्मचारियों की मांगों को ज्ञापन के माध्यम से शासन तक पहुंचा रहा है, लेकिन आज तक इन मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। आज मंच के पांच सदस्यों का दल एसी ट्राइबल से मिलने भी गया था।लेकिन मांगो को हल करने पर कोई सहमति नहीं बन पाई

 

- कर्मचारी मंच की यह है प्रमुख मांगे

 

कर्मचारियों की अन्य मांगों में शामिल है 2007 के बाद नियुक्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को स्थाईकर्मी का लाभ दिया जाए। आयुष विभाग में कार्यरत अंशकालीन कर्मचारियों को कलेक्टर दर पर वेतन दिया जाए। शाहपुर विकासखंड के एकलव्य आवासीय छात्रावास में वर्षों से कार्यरत रसोइयों को दैनिक वेतन भोगी का नियुक्ति आदेश शीघ्र प्रदान किया जाए।

कर्मचारियों ने मांग की कि दैनिक वेतन भोगियों और अंशकालीन कर्मचारियों को एक ही हेड से वेतन भुगतान किया जाए और अलग-अलग हेड की व्यवस्था समाप्त की जाए। नगर पालिका और नगर परिषद में कार्यरत कर्मचारियों को स्थाईकर्मी का लाभ दिया जाए और सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन का भुगतान हो।

उन्होंने यह भी कहा कि अनियमित कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह अवकाश सुविधा मिलनी चाहिए। सेवा निवृत्त होने पर दस लाख रुपये की ग्रेच्युटी और मृत्यु पर दस लाख रुपये की सरकारी सहायता दी जानी चाहिए। धरना स्थल पर प्रमुख रूप से हेमंत वागद्रे, प्रमोद बरडे, कर्मचारी संगठन के सदस्य और बड़ी संख्या में अनियमित कर्मचारी उपस्थित रहे। कर्मचारियों ने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।