बैतूल। भाजपा के विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और अधिवक्ता दिलीप यादव का आज सुबह फांसी पर लटका शव मिला है। वे भगतसिंह वार्ड सदर में रहते थे।  मृतक बीमारी से परेशान था। पुलिस को उनका एक सुसाइट नोट भी मिला है। जिसमें उन्होंने मर्जी से आत्महत्या करने और बीमारी से तंग होने की बात लिखी है। पुलिस मौके पर कार्रवाई कर रही है।

 

टी आई रविकांत डहरिया के मुताबिक दिलीप यादव(38) का शव आज उन्हीं के घर में फांसी पर झूलता मिला। परिजनों ने उन्हें फांसी लगे पाए जाने पर पड़ोसियों और परिजनों को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक का शव उतरवाकर पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा है। बताया जा रहा है कि रात को उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट भी की थी।जिसके बाद वे अपने कमरे में सीने चले गए थे।सुबह जागने पर परिजनों ने उनका शव फांसी पर लटका पाया। 

 

सिकल सेल से पीड़ित थे दिलीप

 

बताया जा रहा है कि 38 साल की दिलीप सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित थे। इसी वजह से वे अक्सर परेशान रहते थे उन्हें बार-बार ब्लड भी चढ़ाना पड़ता था। इसके अलावा वे आर्थिक संकट से भी जूझ रहे थे। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें विधि प्रकोष्ठ का जिला संयोजक नियुक्त किया था। वे समाज सेवा और राजनीति दोनों में सक्रिय रहते थे। 

 

भाई ने भी किया था सुसाइट, नोट लिखा

 

मृतक दिलीप के पास से पुलिस को एक सुसाइट नोट भी मिला है जिसमें उन्होंने बीमारी की वजह से आत्महत्या का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा मम्मी पापा मै आपसे बहुत प्यार करता हूं। भैया की बहुत याद आ रही है। मैं अपनी बीमारी से बहुत ज्यादा परेशान हो गया हूं। बच्चो का ध्यान रखना।

बता दे की दिलीप के भाई लेखचंद यादव ने भी 3 साल पहले आत्महत्या कर ली थी ।वे भी समाज सेवा राजनीति और वकालत करते थे। उनकी आत्महत्या की वजह आज तक सामने नहीं आ सकी है हालांकि बताया जा रहा है कि वह भी पारिवारिक कारणों से परेशान रहते थे। फिलहाल कोतवाली पुलिस मृतक का जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा रही है।

सुसाइट नोट में लिखी मन की बात

माँ पापा मुझे माफ कर देना।sorry आप से बहुत प्यार करता हूँ पर मैं अच्छा बेटा नहीं बन पाया। भैम्या कि बहुत याद आ रही है। Sorry Bhai Miss u। मै अपनी बीमारी से बहुत टूट गया हूँ। माँ पापा आपने बहुत प्यार दिया है और भैय्यू को हमेशा अपने पास रखना। और किरण को कुछ नहा बोलना। मैं जो कर रहा हूँ अपनी मर्जी से कर रहा हूं। मुमू और किंजल माफ कर देना बेटी। मां पापा आप दोनों समय अपनी दवाई खाना। और भैय्यू को देखना। किरण आप मम्मी पापा और भैय्यू का ध्यान रखना। हो सके तो अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू करना। भैय्यू को मां पापा के पास ही रहने देना।भैय्यू ,गौरवी, गौरवी , मुमू,किंजल, sorry बेटा Love u ।