बैतूल। हरियाणा के सोनीपत की दो नाबालिग को आज बैतूल से हरियाणा पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। मां बाप की डांट फटकार से नाराज होकर दोनो घर से भाग निकली थी। दोनो घर से रुपए भी चुराकर भागी थी। ये लडकिया घोड़ाडोंगरी स्टेशन पर लावारिश हालत में घूमती मिली थी।

 

थाना प्रभारी रानीपुर अवधेश तिवारी के मुताबिक उन्हे GRP पुलिस ने रेलवे स्टेशन घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन पर दो नाबालिग के घूमते पाए जाने की सूचना दी थी। जिस पर महिला डेस्क इंचार्ज बसंती शेषकर को भेजकर बालिकाओं को बरामद कर उनसे की गई पूछताछ में दोनो लड़किया हरियाणा की होना बताया था। ये लडकिया।सोनीपत जिले की है।

 

मां बाप से नाराज होकर निकली

 

दोनो नाबालिग कक्षा 12 वी की छात्राएं है। वे घर वालो की डांट फटकार से नाराज होकर घर से भाग निकली थी। हरियाणा के सोनीपत जिले के एक गांव से वे पहले दिल्ली पहुंची और फिर गोंडवाना एक्सप्रेस में रायपुर की टिकट कटाकर रवाना हो गई थी। दोनो का गुस्सा उतरने पर वे बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन पर उतर गई थी। जहां उन्हें देखकर जीआरपी ने उन्हे अपनी सुरक्षा में ले लिया था।

 

घर से रुपए चुराकर भागी

 

दोनो नाबालिग पक्की सहेलियां है। उन्होंने दो दिन पहले घर से भागने का प्लान बनाया और घर में रखे 40 हजार रू पर हाथ साफ कर चुपके से निकल गई। जब घर वालो ने उन्हे सुबह घर में नही पाया तो पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी।जिस पर पुलिस ने धारा 365 IPC के तहत उनके अपहरण का मामला दर्ज किया था। 

 

रायपुर में मिलती है मजदूरी इस लिए इसे चुना

 

घर से भागने के पहले नाबालिगो को किसी ने बताया था की रायपुर में काम आसानी से।मिल जाता है। बस उन्होंने रायपुर का ही रास्ता चुन लिया। उन्होंने दिल्ली रेलवे स्टेशन से गोंडवाना का टिकट लेकर उसमे सवार हो गए। लेकिन बीच रास्ते में ही उनका विचार बदल गया और वे बैतूल के घोड़ाडोंगरी में उतर गई।

 

परिजन,पुलिस पहुंचे बैतूल

 

रानीपुर पुलिस ने दोनों बालिकाओं को महिला बाल विकास विभाग के सुपुर्द कर दिया था। जहां से उन्हे बैतूल स्तिथ वन स्टॉप सेंटर में ठहराया गया था।आज बालिकाओं के परिजन और सोनीपत पुलिस पहुंची है। वन स्टॉप सेंटर प्रभारी अनामिका तिवारी ने बताया की बालिकाओं को काउंसलिंग की गई है। उन्हे आज बाल कल्याण समिति के सामने पेश कर पुलिस और परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।