बैतूल। शहर के उपनगरीय क्षेत्र भारत भारती में आज एक प्रिंसिपल की हार्ट अटैक से हुए निधन  के बाद उनकी बेटियों ने जिस तरह पिता के अंतिम संस्कार के सारे विधान पूरे किए। इसे जिसने भी देखा उसकी आंखे नम हो गई। 

 

 

शुक्रवार को जिला अस्पताल में भर्ती सरकारी हायर संकडरी स्कूल झल्लार में प्राचार्य केशोराव जौंजारे का सुबह चार बजे हृदय गति रुक जाने के कारण निधन हो गया, वे 60 साल के थे एवं अपने परिवार के साथ जामठी भारत-भारती में रहते थे। उनका अंतिम संस्कार कोठीबाजार स्थित मोक्षधाम में किया गया। लोगों की तब आंखें नम हो गईं जब उनकी दोनों बेटियों ने पिता को मुखाग्नि दी। बताया जाता है कि उनका कोई पुत्र नहीं था।  प्राचार्य केशोराव जौंजारे की रात 2 बजे अचानक तबियत बिगड़ गई थी। तब उनकी बेटी ने पडौसी उनके साथ बारीक खादीपुरे को फोन पर सारी स्थिति बताई और प्राचार्य की कार से ही उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। परिजनों द्वारा जिला चिकित्सालय बैतूल में भर्ती कराया गया। सुबह 4 बजे उनका निधन हो गया। शुक्रवार को दोपहर में उनके निज  निवास ग्राम जामठी से शवयात्रा  निकाली गई। शवयात्रा में सामाजिक बंधु, स्कूल का स्टाफ व मित्रगण सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए। उनका अंतिम संस्कार मोक्षधाम कोठी बाजार में किया गया। 

 

दोनों बेटियों ने।निभाया बेटो का फर्ज 

 

श्री जौंजारे की दो पुत्रियां है। शव को नम आंखों से दोनों पुत्रियां सोनू व निधि  द्वारा मुखाग्नि दी गई। इस दृश्य को देख मौजूद लोगों की आंखे नम हो गईं। उनके पड़ोस में रहने वाले बारीक खादीपुरे ने बताया कि श्री जौंजारे ने कल शाम तक खेत में ट्रैक्टर से खेत की जुताई करवाई और मुझे साथ लेकर खेत में भी गए। खबर मिलते ही मैं रात को ही उनके घर पहुंचा और उन्हे उनकी ही कार से लेकर जिला चिकित्सालय  आया। रास्ते में उन्होंने मुझसे बात भी करते रहे और मुझे सांत्वना देते हुए बोले कि काका आप चिंता मत करो मैं ठीक हूं। मैं उन्हे भर्ती करके घर आ गया लेकिन सुबह खबर मिली कि उनका निधन हो गया। शवयात्रा में शामिल लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।